Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
2020 इतिहास का अलग अध्याय लिख रहा है।जितनी बड़ी गिरावट जीडीपी में इस वर्ष दिखी गई उसे देखते हुए लगभग सभी क्षेत्रों की विकास दर बहुत सुस्त होने वाली है।इसका एक बहुत बड़ा कारण कोरोना भी है।भारत देश की बात करें तो मार्च से जो लॉकडाउन लगा,वह उम्मीद से ज्यादा लम्बा हो गया।इस दौरान सभी व्यापार,शिक्षा,वस्तुओं का प्रोडक्शन और लगभग सभी जगह पर गिरावट दर्ज की गई।हवाई यात्राओं पर पूर्ण प्रतिबन्ध ने आयात निर्यात को बहुत प्रभावित किया।इतिहास में पहली बार कच्चा तेल ट्रेड बाज़ार में शून्य से निचे चला गया।
कोरोना के खौफ ने लोगों को घर में कैद कर दिया और ऐसे में लोगों को जीविका चलाने की लिए सोचना पड़ा।ऐसे समय में जो क्षेत्र बिना रुके चलता रहा बल्कि जिस क्षेत्र ने इस समय सबसे ज्यादा विकास किया वह है “इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी”। “वर्क फ्रॉम होम” यानि घर से काम करने पर सरकारों और कॉर्पोरेट सेक्टर ने जोर दिया और ऐसे में आईटी सेक्टर ने बहुत तेज़ी देखी।आप सोच कर देखिए की लॉकडाउन की दौरान क्या आपके फ़ोन बंद हुए ?क्या आपका इंटरनेट बंद हुआ ?क्या आपका टीवी बंद हुआ।और क्या आपकी ऑनलाइन मीटिंग बंद हुई ?क्या आपको ऑनलाइन पेमेंट देने या मांगवाने में कोई समस्या हुई ?इन सब प्रश्नों का जवाब है नहीं !
इस दौरान फेसबुक ने रिलाइंस जिओ में 10% की हिस्सेदारी खरीदी और जिओ ने “जिओ मीट” की नाम से ऑनलाइन कॉन्फरेंस प्लेटफार्म की शुरुआत की। कोरोना काल में ब्लॉकचेन और क्रिप्टो सेक्टर ने सबसे ज्यादा रफ़्तार दिखाई है।भारतीय क्रिप्टो एक्सचेंज के नए अकाउंट और ट्रेडिंग के आंकड़े काफी उत्साहवर्धक हैं।ऐसे समय में जब लगभग हर व्यपारिक क्षेत्र अपने कर्मचारियों को निकाल रहा है वहीं ब्लॉकचेन और क्रिप्टो जगत नए लोगों को नौकरियां दे रहा है।आज ब्लॉकचेन और क्रिप्टो क्षेत्र से लाखों लोग जुड़े हैं और अभी भी इस क्षेत्र में बहुत ज्यादा कर्मचारियों को जरुरत है।आईटी सेक्टर में ब्लॉकचेन और क्रिप्टो सबसे तेज गति से आगे बढ़ रहे हैं,नई ब्लॉकचेन और क्रिप्टो प्रोजेक्ट के साथ ही नई एक्सचेंज पर काम चल रहा है और इन सबसे के लिए चाहिए डेवलपर और कोडिंग विशेषज्ञ।
करीब 200 से अधिक भारतीय आईटी फर्म दुनिया के 80 देशो में अपना कारोबार फैलाए हुए हैं।आईटी के एक्सपोर्ट रेवेन्यू में 8.1% की दर से विकास की उम्मीद है लगभग 147 बिलियन डॉलर जिसमें से 45% हिस्सा आईटी-बीपीऍम सेक्टर का है।मार्च में सर्वोच्चन्यायालय ने भारीतय रिज़र्व बैंक की रोक हो हटा कर भारतीय रूपये से क्रिप्टो के लेनदेन को मंजूरी देने के बाद से भारतीय क्रिप्टो बाज़ार में लोगों का विश्वास और निवेश दोनों ही बढ़े हैं।अगर हम फिनटेक इंडिया की एक रिपोर्ट के आंकड़े देखें तो यह भारत में आईटी सेक्टर की नई कहानी दिखते हैं जहा पर अमेरिका के बाद भारत में सबसे ज्यादा स्टार्टअप शुरू हुए हैं और 2015 से 2020 के बीच इसमें बहुत ज्यादा तेज़ी आई है।
अगले 3 वर्षों में भारतीय आईटी क्षेत्र बहुत तेज़ गति से आगे बढ़ने वाला है और इसमें क्रिप्टो और ब्लॉकचेन का सबसे बड़ा योगदान होने वाला है।नए नए स्टार्टअप पर काम चल रहा है और यह कई समस्याओं का समाधान लें कर आ रहे हैं।यहाँ सबसे बड़ी बात है की अगर आईटी,क्रिप्टो या ब्लॉकचेन को लें कर आपके पास कोई योजना है तो बाइनेन्स और वज़ीरएक्स ने इसके लिए आर्थिक सहयोग के लिए भी फण्ड रखा है।भारत के बहुत से ब्लॉकचेन और क्रिप्टो प्रोजेक्ट आज पूरी दुनिया के क्रिप्टो बाज़ार में नाम बना चुकें हैं और अभी तो यह शुरुआत है।फिनटेक की शुरुआत के मामले में दिल्ली एनसीआर(413) और मुंबई(437) सबसे आगे हैं जहां 42% स्टार्टअप के मुख्यालय हैं।अगर टॉप पांच शहरों की बात करें तो इसमें मुंबई,बंगलौर,दिल्ली,गुरुग्राम और हैदराबाद मुख्य हैं।इन जगहों पर क्रिप्टो डेवलपर,कोडिंग और ब्लॉकचेन डेवलपर के तौर पर नौकरियों की संभावनाएं भी सबसे ज्यादा है।
आने वाले समय में फिनटेक और आईटी सेक्टर में सबसे तेज़ ग्रोथ देने में अगर कोई सेक्टर होगा तो वह बिना शक के ब्लॉकचेन और क्रिप्टो ही होंगे।