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Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program.”
2009 में जब बिटकॉइन को बनाया गया तो कहीं पर भी इसे खरीदने और बेचने के लिए क्रिप्टो एक्सचेंज की बात नहीं की गई थी, क्योंकि बिटकॉइन को बनाने का मक्सद लेनदेन को बिना किसी तीसरे पक्ष के पूरा करना था। बिटकॉइन के साथ ही बिटकॉइन को खरीदने, बेचने और रखने के लिए एक आसान रास्ता निकाला गया क्रिप्टो एक्सचेंज का। ऐसा मन जाता है की Bitstamp, Vircurex, or Btc-e पहली बिटकॉइन एक्सचेंजस हो सकती हैं। लेकिन सही जानकरी यह कहती है की 15 जनवरी 2010 में पहली बिटकॉइन एक्सचेंज Bitcoinmarket.com के नाम से शुरू करने की बात dwdollar ने बिटकॉइन फोरम पर साँझा की। बिटकॉइन फोरम वही जगह है जहां पर बिटकॉइन के बनाने वाले सतोशी नाकामोतो अपने पोस्ट डालते थे।
17 मार्च 2010 Bitcoinmarket.com वेबसाइट लाइव की गई और इस पर पेपल के द्वारा बिटकॉइन ख़रीदा जा सकता था। जब इस एक्सचेंज की शुरुआत हुई उस समय एक बिटकॉइन की कीमत 0.003 डॉलर थी और एक डॉलर में 333 बिटकॉइन मिलते थे। इसके बाद Mt. Gox. एक्सचेंज टोक्यो के शिबुया से जून 2010 से शुरू हुई और 2013 से 2014 के बीच यह एक्सचेंज पूरी दुनिया के बिटकॉइन का 70% हिस्सा होल्ड करती थी।
क्रिप्टो एक्सचेंज को शुरू करने का विचार बहुत ही क्रन्तिकारी था। एक ऐसी जगह जहां पर बिटकॉइन को खरीदने वाले आसानी से बिटकॉइन को खरीद और बेच सकते थे और साथ ही अपने बिटकॉइन को एक्सचेंज पर ही रख भी सकते थे। क्रिप्टो एक्सचेंज ने बिटकॉइन के लेनदेन को और आसान बना दिया। जून 2012 में Brian Armstrong और Fred Ehrsam ने अमेरिका में कॉइनबेस एक्सचेंज की स्थापना की।अक्टूबर 2012 में एक्सचेंज ने डॉलर के बदले बिटकॉइन खरीदने की सेवा शुरू की। लीगल तरीके से काम शुरू करने वाली कॉइनबेस अपने समय की ट्रेड वॉल्यूम के हिसाब से सबसे बड़ी क्रिप्टो एक्सचेंज थी। इसके बाद Changpeng Zhao ने 2017 में बाइनेन्स एक्सचेंज की शुरुआत की जो की क्रिप्टो एक्सचेंज का सबसे सफलतम नाम है।
बिटकॉइन को दुनिया के हाथों में पहुंचाया क्रिप्टो एक्सचेंज ने
आज बिटकॉइन को खरीदना जितना आसान है यह इतना आसान हमेशा से नहीं था और न ही बिटकॉइन को सुरक्षित रखने के तरीकों के बारे में लोगो को ज्यादा ज्ञान था। शुरू में बिटकॉइन एक्सचेंज चलाने वाले भी सुरक्षा में चूक कर जाते थे। क्रिप्टो एक्सचेंज ने सुरक्षा के साथ ही क्रिप्टो को खरीदने और बेचने को आसान बनाने के लिए तकनीक पर काम किया। एक्सचेंज ने देश की मुद्रा से बिटकॉइन को खरीदना और आसान बनाया।एक्सचेंज के बारे में जब लोगों को जानकारी नहीं थी तो लोगों के साथ बहुत से धोखे हुए, खास कर तब जब बिटकॉइन की कीमत बहुत ऊपर चली गई। इसका फायदा उन लोगों ने उठाया जिन्हे बिटकॉइन की जानकारी थी, इन लोगों ने नए निवेशकों को अधिक कीमत पर बिटकॉइन को बेच कर मुनाफा कमाया। क्रिप्टो एक्सचेंज ने न केवल बिटकॉइन को खरीदना आसान बनाया बल्कि बिटकॉइन की कीमत को नई उचाईयों तक पहुंचाने में भी क्रिप्टो एक्सचेंज का बड़ा सहयोग रहा है। बिटकॉइन और क्रिप्टो को ट्रेड करने के लिए आसान प्लेटफार्म देने के साथ ही अलग अलग तरह की ट्रेडिंग तकनीक भी एक्सचेंज ने ही दी। क्रिप्टो को होल्ड रखना, स्टेक करके पैसा बनाना, क्रिप्टो कस्टडी, क्रिप्टो लोन जैसी कई सुविधाएं क्रिप्टो एक्सचेंज ने ही उपलब्ध करवाई। जहां स्टॉक एक्सचेंज पर एक देश से दूसरे देश के शेयर ट्रेड करने में कई समस्याएं हैं, वहीं क्रिप्टो एक्सचेंज पर आप किसी भी देश की एक्सचेंज पर बिना किसी रोकटोक के ट्रेडिंग कर सकते हैं।
क्रिप्टो एक्सचेंज ने खड़े किए कई उद्योग
आज कॉइन मार्किट कैप में 310 क्रिप्टो एक्सचेंज लिस्ट हैं जो पूरी दुनिया में क्रिप्टो की कई सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं।
क्रिप्टो एक्सचेंज ने कॉइन मार्केट कैप, कॉइनगीको जैसे प्लेटफार्म भी खड़े किए जहां क्रिप्टो की कीमत, मार्किट कैप, किसी कॉइन की अधिकतम व न्यूनतम कीमत, टोटल सप्लाई और भी कई जानकारियां इन प्लेटफार्म पर उपलब्ध हैं। लेवरेज ट्रेड के कई प्लेटफार्म आज इस एक्सचेंज के कारण ही बाजार में ट्रेडिंग की सुविधाएं दे रहे हैं। एपीआई के द्वारा आप के फण्ड को क्रिप्टो एक्सपर्ट ट्रेड कर सकता है जबकि क्रिप्टो का नियंत्रण आपके ही हाथ में रहता है। इन सुविधाओं के साथ ही क्रिप्टो एक्सचेंज ने कठिन समय में भी लोगो का बहुत साथ दिया।भारत में जब रिज़र्व बैंक ने क्रिप्टो खरीदने और बेचने के लिए बैंक का इस्तेमाल करने पर प्रतिबन्ध लगा दिया था तब वज़ीरएक्स एक्सचेंज ने P2P का विकल्प दिया जहां पर दो व्यक्ति आपस में क्रिप्टो का लेनदेन कर सकते थे। इन एक्सचेंज ने ही सर्वोच्च न्यायालय में क्रिप्टो का मुकदमा लड़ने में भी सहयोग किया।
आज हम जो क्रिप्टो का विस्तार देख रहे हैं इसमें क्रिप्टो एक्सचेंज का बहुत बड़ा योगदान रहा है और यह तो अभी शुरुआत है, अभी यह एक्सचेंज और बेहतर सेवाएं देने के साथ साथ की उपभोगताओं को कमाई के नए नए तरीके भी दे रही हैं। दुनियाँ की सबसे बड़ी एक्सचेंज में भारतीय एक्सचेंज का नाम भी शामिल है।
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