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Note: This post has been written by a WazirX Warrior as a part of the “WazirX Warrior program“.
बिटकॉइन और पैसे के बीच में ऐसी बहुत सी बातें हैं जो बिटकॉइन को दुनिया की किसी भी मुद्रा से बेहतर और सबसे ज्यादा तेज़ गति से बढ़ने वाला निवेश बनती है।इस एक आर्टिकल में जानते हैं कुछ खास बातें मुद्रा और बिटकॉइन के बारे में।
बिटकॉइन की संख्या निर्धारित और मुद्रा की नहीं
किसी भी देश की मुद्रा पर सौ प्रतिशत नियंत्रण उस देश के केंद्रीय बैंक और सरकार का होता है और यही केंद्रीय नेतृत्व देश की मुद्रा से सम्बंधित सभी तरह के निर्णय लेता है।इस की सबसे बड़ी समस्या यह है की यह केंद्रीय नेतृत्व अपनी सुविधा और जरुरत के अनुसार जितना चाहे उतनी मुद्रा को बना सकते हैं,यह आमतौर पर देश की अर्थव्यवस्था को सही रूप से चलाने के लिए किया जाता है।लेकिन इस से एक बहुत बड़ी समस्या पैदा होती है और वह है मुद्रा की कीमत में गिरावट।आज से 30-40 साल पहले भारत में एक पैसा,दो पैसा,तीन पैसा,पांच पैसा,दस पैसा,बीस पैसा,पचीस पैसा और पचास पैसा भी बाजार में प्रचलन में था लेकिन आज रिज़र्व बैंक ने इन सभी सिक्कों को बनाना बंद कर दिया है और इसका कारण है रुपए की घटती हुई कीमत।आज एक रुपए से निचे के सिक्के से कुछ नहीं ख़रीदा जा सकता और जैसे जैसे समय आगे बढ़ेगा वैसे वैसे और मुद्रा छपेगी और रुपए की कीमत गिरती चली जाएगी।यही एक कारण है की भारत में दो हज़ार का नोट भी छापा गया जबकि अमेरिका जैसे देश में सौ डॉलर से बड़ा नोट नहीं छपता।अगर आप अफगानिस्तान,इंडोनेशिया या कुछ और देशों में देखेंगे तो आपको यहाँ बहुत बड़ी कीमत के नोट भी देखने को मिल जाते हैं क्योंकि इन देशों की मुद्रा की कीमत बहुत कम है।
बिटकॉइन की लगातार बढ़ती कीमत का कारण है इसका विकेन्द्रीयकरण और कुल दो करोड़ दस लाख बिटकॉइन का होना।क्योंकि बिटकॉइन की संख्या सीमित है और इसको इस से ज्यादा नहीं बनाया जा सकता जबकि इसकी मांग दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है इसी लिए बिटकॉइन की कीमत में भी पिछले दस सालों में बहुत तेजी से वृद्धि हुई है।समय के साथ साथ बिटकॉइन की माइनिंग से निकलने की रफ़्तार भी कम होती चली जाएगी जैसा की 2009 में जहां हर 10 मिनट में एक ब्लॉक बनाने पर 50 बिटकॉइन बाजार में आता था वह अब केवल 6.25 रह गया है और हर चार साल में बिटकॉइन के बनने की रफ़्तार आधी होती जाएगी जबकि जैसे जैसे लोगों को इसके बारे में पता चलेगा वैसे वैसे बिटकॉइन की मांग बढ़ेगी और कीमत भी।जैसा की हमने आपको पहले बताया था की समय के साथ साथ सिक्कों की कीमत कम हो रही है लेकिन बिटकॉइन की कीमत बढ़ रही है और बिटकॉइन की सीमा निर्धारित है तो ज्यादा लोगों तक बिटकॉइन पहुंचे इस लिए एक बिटकॉइन को एक करोड़ हिस्सों में बांटा गया है जिसे सातोशी कहते हैं।आज एक बिटकॉइन ग्यारह हज़ार डॉलर का है और ज्यादतर लोगों के लिए एक पूरा बिटकॉइन लेना संभव नहीं है इस लिए सातोशी में निवेश किया जा सकता है।बिटकाॅइन को बनाते समय एक दूरदर्शिता की सोच ने ही इसके एक करोड़ हिस्से तक विभाजन की प्रक्रिया को बनाया ताकि सीमित होते हुए भी यह ज्यादा से ज्यादा लोगों के पास पहुंच सके।किसी भी देश की मुद्रा को केवल दो अंकों तक ही बांटा जा सकता है क्योंकि इसे नियंत्रित करने वाला केन्द्रीकृत सिस्टम यह जानता है कि समय के साथ साथ उनकी मुद्रा के छोटे हिस्सों का कोई मूल्य ही नहीं रहेगा।
मुद्रा की नकल लेकिन बिटकॉइन की नहीं
बिटकॉइन की कीमत के बढ़ने का कारण इसे हैक न कर पाना और इसकी नकल न कर पाना भी है।बिटकॉइन नेटवर्क को हैक कर पाना लगभग असंभव है क्योंकि बिटकॉइन नेटवर्क को माइनर्स CPU से सुरक्षा देते हैं और बिटकॉइन नेटवर्क को हैक या नकली ब्लॉकचेन बनाने के लिए आज तक बने सभी ब्लॉक को दोबारा बनाना होगा और आज की ब्लॉकचेन से ज्यादा हैश पावर बनानी होगी लेकिन यह संभव नहीं है क्योंकि एक ब्लॉक अगर 10 मिनिट से पहले बनता है तो डिफीकल्टी बढ़ती जाएगी और मुख्य चेन की बराबरी असंभव हो जएगी।इस कारण से बिटकाॅइन की नकल असंभव है जबकि किसी भी देश की मुद्रा की नकल करना आसान है और लगभग हर देश की नकली मुद्रा बाजार में है और यह भी एक कारण है मुद्रा की कीमत के निचे गिरने का।
मुद्रा को बंद किया जा सकता है जबकि बिटकाॅइन को नहीं
किसी भी देश की सरकार के पास यह अधिकार होता है की वह अपने द्वारा संचालित मुद्रा को कभी भी बंद कर सकती है और उसमे बदलाव कर सकती है।ऐसा समय से साथ साथ हर देश में होता आया है जबकि बिटकॉइन नेटवर्क विकेन्द्रीयकरण होने के कारण बिटकॉइन को न तो रोका जा सकता है और न ही बैन किया जा सकता है।यह एक बहुत बड़ा कारण है की एक समझदार निवेशक जिसे बिटकॉइन की जानकारी है वह सुरक्षित निवेश के लिए हमेशा बिटकॉइन को चुनेगा और जैसे जैसे लोगों को इसकी जानकारी होगी और बिटकॉइन में निवेश बढ़ेगा वैसे वैसे बिटकॉइन की कीमत भी ऊपर की तरफ बढ़ती जाएगी।
इन सब के इलावा बिटकॉइन को बार बार बनाने की जरुरत नहीं है जबकि मुद्रा को हर थोड़े समय के बाद छापना पड़ता है क्योंकि कागज़ की उम्र बहुत कम होती है।रखरखाव के मामले में भी बिटकॉइन मुद्रा से ज्यादा सुरक्षित और आसान है क्योंकि यह डिजिटल रूप में है और सारी दुनिया का बिटकॉइन मात्र एक फ़ोन में भी रखा जा सकता है और पूरी सुरक्षा के साथ।
तो यह कुछ कारण हैं जो बिटकॉइन को हर हाल में मुद्रा से बेहतर बनाते हैं साथ जी बिटकॉइन की तकनीक में मौजूदा गुणों के कारण बिटकॉइन की कीमत को समय से साथ साथ बढ़ने से कोई नहीं रोक सकता जबकि इसके विपरीत मुद्रा के केन्द्रीयकरण और खामियों के कारण इसकी कीमत को समय के साथ साथ घटने से कोई नहीं बचा सकता।